तिलवाड़ा में रसूखदारों द्वारा जमीन कब्जाने का आरोप , रहवासी घर की चारदीवारी में लगाई आग ! सीसीटीवी फुटेज ने किया मामले का खुलासा

Media Desk

आगजनी की घटना

तिलवाड़ा स्थित रावल मल्लिनाथ जी के मंदिर के पास आग लगने की घटना सामने आई है। पीड़ित छैलनाथ गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि यह आग जानबूझकर लगाई गई थी, जिससे उनके रहवासी घर और उनके पूर्वजों की समाधियों को नुकसान पहुंचाया जा सके और पर कब्जा किया जा सके । घटना के 1 घंटे बाद अग्निशमन वाहन मौके पर पहुंचा।

मंदिर पर कब्जे का आरोप

छैलनाथ गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि जसोल धाम ट्रस्ट मंदिर पर कब्जा करना चाहता है, जबकि यह मंदिर सैकड़ों वर्षों से गांववासियों द्वारा संचालित और सुरक्षित था । उन्होंने बताया कि आगजनी की घटना से पहले सुबह ट्रस्ट के कुछ लोग आए थे और धमकी देकर गए थे। शाम को रहवासी घर की चारदीवारी में आग लगा दी गई।

पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता

पीड़ित ने कई बार पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मंदिर में पूजा  चेलनाथ गोस्वामी का परिवार करता था एक वर्ष पहले ट्रस्ट के द्वारा पीड़ित को धमकियां दी और मंदिर पर कब्जे कर दिया । अब मंदिर का दायरा बढ़ाने के प्रयास के चलते हर महीने पीड़ित से लड़ाई-झगड़े हो रहे हैं।

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प्रशासन की भूमिका पर सवाल

प्रशासन की निष्क्रियता और पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज न करने की वजह से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। पीड़ित का आरोप है कि रसूखदारों के सामने प्रशासन नतमस्तक है और पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो रही है।

तिलवाड़ा मल्लिनाथ मंदिर के समीप आग लगने का हुआ खुलासा, आरोपों का हुआ खण्डन

तिलवाड़ा मल्लिनाथ मंदिर के समीप आग लगने की घटना में महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने मामले की तह तक पहुंचने में सफलता पाई है।

गाँव की ही एक महिला को आगजनी की घटना में संलिप्त पाया गया है। यह खुलासा तब हुआ जब शिकायतकर्ता छैलनाथ गोस्वामी ने जसोल धाम ट्रस्ट पर आगजनी का आरोप लगाया था और पुलिस थाना जसोल में शिकायत दर्ज कराई थी।

सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
सीसीटीवी फुटेज की जांच में यह बात सामने आई कि आग लगाने की घटना को अंजाम देने वाली महिला शिकायतकर्ता के परिवार से बताई जा ही है। फुटेज के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए महिला को दस्तयाब कर लिया है।

छैलनाथ गोस्वामी के आरोपों का खण्डन
छैलनाथ गोस्वामी द्वारा जसोल धाम ट्रस्ट पर लगाए गए आरोपों का खण्डन करते हुए सीसीटीवी फुटेज ने सच्चाई उजागर कर दी है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि आगजनी की घटना में ट्रस्ट का कोई हाथ नहीं है।

पुलिस की कार्यवाही और प्रेस नोट
पुलिस द्वारा महिला को दस्तयाब करने के बाद पूरे मामले का खुलासा पुलिस प्रेस नोट के जरिए किया जाएगा। इस घटना ने गाँव में सनसनी फैला दी है और लोग अब पुलिस की आधिकारिक बयान का इंतजार कर रहे हैं।

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By Media Desk Media Team
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