खान सर को द्वन्द्व समास समझाना पड़ा भारी,अब हो रही है गिरफ्तारी की माँग

खबर की सुर्खिया

अपने पढ़ाने के अनोखे तरीके की वजह से सोशल मीडिया और यूट्यूब पर छाए रहने वाले खान सर इस समय ट्विटर पर भी छाए हुए हैं लेकिन इस बार उनकी प्रशंसा नहीं बल्कि आलोचना हो रही है. इस आलोचना का कारण भी उनका वही पढ़ाने का तरीका है जिसकी वजह से वह देश भर के युवाओं के बीच प्रसिद्ध हैं.

Twitter क्यों पर उठी Khan Sir की गिरफ़्तारी की मांग?

दरअसल सोशल मीडिया पर पटना के मशहूर टीचर खान सर का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई कांग्रेस नेता उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. ये वीडियो तब वायरल होने लगा जब इसे लेखक अशोक कुमार पांडेय ने ट्वीट कर इसे साझा किया. खान सर की क्लास का एक छोटा सा क्लिप शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “इसे नीचता की हद कहते हैं. ऐसे लोग शिक्षा का धंधा करते हुए समाज में नफरत फैलाने वाले घटिया धंधेबाज हैं. इस आदमी को तुरंत गिरफ्तार होना चाहिए.”

खान सर ने क्या है कहा वीडियो में?

इस क्लिप में आप देख सकते हैं कि खान सर अब्दुल और सुरेश का उदाहरण देकर द्वंद समास समझाते दिखते हैं. उन्हें कहते सुना जा सकता है कि द्वंद समास, एक ही चीज के दो अर्थ होते हैं. सुरेश ने जहाज उड़ाया. द्वंद समास में बस इसका नाम चेंज कीजिए अब्दुल ने जहाज उड़ाया. शब्द एक ही है लेकिन अंतर हो जाएगा. सुरेश ने जहाज उड़ाया मतलब उड़ाया और अब्दुल ने जहाज उड़ाया मतलब भड़काया.

कांग्रेस नेताओं ने की गिरफ़्तारी की मांग

खान सर का ये वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने इसकी आलोचना की है. इनमें कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत भी शामिल हैं. उन्होंने इस संबंध में लिखा कि, “घटिया निहायत ही घटिया – इसे गिरफ़्तार करना चाहिए. और जो अट्टहास कर रहे हैं इनकी भद्दी बेहूदा बातें सुन कर उनको सोचना चाहिए – कि क्या बन रहे हैं हम?”

कांग्रेस नेता डॉ पूजा त्रिपाठी ने भी इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा कि, “अब्दुल को क्या कम कॉर्नर किया जा रहा आज के वक़्त में कि मास्टर जी भी द्वन्द समास के लिए ये घटिया उदाहरण ले आये! शिक्षा के बहाने ये प्रेजुडिस फैला रहे.”

दूसरी तरफ खान सर का बचाव करने के लिए भी लोग उतरे हैं. उनके समर्थन में नवनीत झा नामक एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा कि, “वीडियो के एक अंश को फैला कर उकसा आप रहे हैं न कि खान सर. चंद सेकंड के हिस्से को देखकर ही लग रहा है कि वह इस विकृत सोच पर प्रहार करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन सही है. अपना एजेंडा भी तो बचा रहना चाहिए. बताया जा रहा है कि ये कोई नया नहीं बल्कि काफी पुराना वीडियो है

Share This Article
Follow:
CEO Balotra News
Exit mobile version