बालोतरा (राजस्थान) के कैलाश सिंघल ने बढ़ाया देश का मान: साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को किया फतह

बालोतरा (राजस्थान) के कैलाश सिंघल ने बढ़ाया देश का मान... साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को किया फतह... 151 फीट लंबा तिरंगा लहराया...!!

खबर की सुर्खिया
  • विधानसभा क्षेत्र पचपदरा के ग्राम पंचायत पारलू निवासी पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने अफ्रीका में तंजानिया की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर 151 फ़ीट का भारत का तिरंगा लहराकर अपने देश, प्रदेश व क्षेत्र का नाम रोशन किया हैं
  • बालोतरा जमीन गिरवी रख बेटे के सपने को पिता ने कराया साकार, पारलू के कैलाश के सपनो को कराया साकार, धोरा धरती के युवा पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने लहराया किलिमंजारो में तिरंगा,

बाड़मेर के बालोतरा निकटवर्ती पारलू गांव के अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने अफ्रीका के तंजानिया की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को फतेह कर देश का नाम रोशन किया है. अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को सुबह 7:00 बजे फतह कर किलिमंजारो चोटी पर 151 फीट भारत का तिरंगा लहरा कर देश का नाम गर्व से रोशन किया. साथ ही वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया और पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने राजस्थान पुलिस का ध्वज भी लहराया. पर्वतारोही कैलाश ने बताया कि उनके कोच अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सोहन तंवर उनके प्रेरणास्रोत है.

अफ्रीका के किलिमंजारो टीम मेंबर से बात करने पर बताया कि कैलाश एक बहादुर पावर मैन है. उन्होंने कम समय में किलिमंजारो की सबसे ऊंची चोटी को सम्मिट किया है और अपने देश का नाम गर्व से ऊंचा किया. अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सोहन तंवर ने अपने जानकारी के अनुसार, बताया अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया में किलिमंजारो पर्वत स्थित है, जो दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत में से एक है. पर्वतारोही कैलाश राष्ट्रीय स्तरपर एथलेटिक्स भी रह चुके हैं. पर्वतारोही कैलाश कुमार एक ग्रामीण क्षेत्र से है, उनके पिता एक किसान है. उनका जन्म गरीब परिवार में हुआ है. कैलाश कुमार के पिता घेवरराम ने बताया कि अपने बेटे को अफ्रीका भेजने के लिए उन्होंने अपनी जमीन को गिरवी रख कर अपने बेटा कैलाश कुमार के सपनों को साकार करने के लिए उन्हें भेजा. काफी प्रयास पर भामाशाह सपोर्ट नहीं मिल पाया तो कैलाश के पिता अपने बच्चे के सपने को साकार करने के लिए हमेशा आगे खड़े रहें.

अपनी इस सफलता पर पर्वतारोही कैलाश ने बताया कि वो बहुत खुशी है कि आखिरकार वो साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा लहराने में कामयाब हुए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस सपने को पूरा करने के लिए वो काफी समय से प्रयास कर रहे थे और आखिरकार उनका सपना पूरा हो गया. उन्होंने आगे कहा कि इस सपने को पूरा करने के लिए जिन्होंने भी उनका साथ दिया वो उनके हमेशा शुक्रगुजार रहेंगे. वहीं, पर्वतारोही कैलाश ने आगे कहा कि उनके कोच अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही सोहन तंवर उनके प्रेरणास्रोत है. जिनके बदौलत वो आज यहां पहुंच सके हैं. बता दें कि पर्वतारोही कैलाश सिंघल जिले के छोटे से गांव पारलू के रहने वाले हैं और उनका जन्म एक गरीब किसान परिवार में हुआ. कैलाश राष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स भी रह चुके हैं.

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is an Indian Artist, Web Developer , and Writer. Also known as Artist Mox Rathore and Mukesh Rathore.
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